 |
सलाम फेरना
|
2849 |
 |
सलाम फेरने से पहले दुआ करना
|
4580 |
 |
नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर दुरूद पढ़न
|
2987 |
 |
आखिरी तशह्हुद और तवर्रुक़ का बयान
|
2616 |
 |
वित्र का क़ुनूत, उस की जगह और उस के शब्द
|
4112 |
 |
क़ुनूते नाज़िला और उस के पढ़ने की जगह का बया&
|
2570 |
 |
तीसरी और चौथी रक्अत का बयान
|
2781 |
 |
नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर सलाम
|
6395 |
 |
तशह्हुद के शब्द और उस के बाद की दुआ
|
2717 |
 |
अंगुली को हिलाना और उस की तरफ देखना
|
2585 |
 |
तशह्हुद के लिये बैठना
|
2312 |
 |
दूसरी रकअत का बयान
|
2276 |
 |
जल्सा-ए- इस्तिराह़त का बयान
|
2234 |
 |
दूसरा सज्दा
|
2213 |
 |
दोनों सज्दों के बीच बैठने का तरीक़ा एंव इक़&#
|
2104 |
 |
सज्दे में इतमिनान
|
2448 |
 |
अपने दोनों हाथों के सहारे सज्दे में गिरना
|
2166 |
 |
सातवाँ : सज्दे का बयान
|
2104 |
 |
रुकू से सीधा होना
|
2220 |
 |
अरकान को बराबर करने का बयान
|
2227 |
 |
रुकू का तरीक़ा
|
2239 |
 |
छठाः रुकूअ़ का बयान
|
2094 |
 |
इमाम को ग़लती पर सावधान करना (लुक़्मा देना)
|
2214 |
 |
कुर्आन को तर्तील से (अर्थात ठहर ठहर कर) पढ़ना
|
2661 |
 |
क़िराअत को बुलन्द और धीमी आवाज़ में करने का &
|
2317 |
 |
हर रक़अत में सूरतुल फातिह़ा पढ़ना
|
2063 |
 |
सूरतुल फातिहा के बाद की क़िराअत
|
2931 |
 |
मुक़तदी का सूरतुल फातिह़ा पढ़ना
|
2170 |
 |
सूरतुल फातिह़ा पढ़ने का बयान
|
3664 |
 |
पाँचवां : क़िराअत
|
2339 |
 |
दुआउल इस्तिफ्ताह (नमाज़ को आरंभ करने की दुआ
|
2168 |
 |
खुशू व ख़ुज़ू और सजदह की जगह पर देखना
|
2219 |
 |
हाथ रखने की जगह
|
2074 |
 |
दोनों हाथों को रखने का बयान और उस का तरीक़ा
|
2187 |
 |
दोनों हाथों को उठाना और उस का तरीक़ा
|
1999 |
 |
चौथाः तकबीर
|
2147 |
 |
तीसराः नीयत
|
2286 |
 |
नमाज़ को काट देने वाली चीज़ों का बयान
|
2179 |
 |
गुज़रने वाले को रोकने के लिए आगे चल कर जाना
|
2108 |
 |
नमाज़ी का अपने सामने से गुज़रने वाले को रोक&#
|
2276 |
 |
नमाजी के सामने से गुज़रना हराम है, चाहे वह मस
|
2319 |
 |
क़ब्र की ओर मुँह कर के नमाज़ पढ़ना हराम है
|
2155 |
 |
सुत्रा की ऊंचाई की मात्रा
|
2174 |
 |
नमाज़ी का अपने सामने सुत्रा रख कर और उस के क़
|
2271 |
 |
मिम्बर पर नमाज़ पढ़ना
|
2243 |
 |
जूता पहन कर नमाज़ पढ़ना
|
2535 |
 |
नमाज़ का कुछ भाग खड़े हो कर पढ़ना और कुछ बैठ क
|
2312 |
 |
कश्ती (नाव) और हवाई जहाज़ में नमाज़ पढ़ने का ब
|
2297 |
 |
दूसराः क़ियाम (खड़ा होना)
|
1996 |
 |
गलती से काबा के अलावा किसी और तरफ नमाज़ पढ़न&
|
2609 |
 |
पहलाः काबा की ओर मुँह करना
|
2761 |