Under category | पैगंबर मुहम्मद की नमाज़ का विवरण | |||
Creation date | 2010-12-12 05:45:15 | |||
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दोनों हाथों को उठाना और उस का तरीक़ाः
33- नमाज़ी तकबीर कहने के साथ ही, या उस से पहले, या उसके बाद अपने दोनों हाथों को उठाये, ये सभी विधियाँ सुन्नत से साबित हैं।
34- वह अपने दोनों हाथों को इस तरह उठाये कि उन की अंगुलियाँ फैली हुई हों।
35- और अपनी दोनों हथेलियों को अपने दोनों मोंढों के बराबर तक ले जाये, और कभी कभी उन दोनों को उठाने में मुबालगा करे यहाँ तक कि उन्हें दोनों कानों के किनारों के बराबर तक ले जाये। (मैं कहता हूँ किः जहाँ तक अपने दोनों अंगूठों से अपने दोनों कानों की लौ को छूने का संबंध है तो सुन्नत में इस का कोई आधार नहीं है, बल्कि वह मेरे नज़दीक वस्वसे के कारणों में से है)