Under category | एकेश्वरवाद का मानव-जीवन पर प्रभाव | |||
Creation date | 2013-09-23 17:38:49 | |||
Hits | 794 | |||
Share Compaign |
एकेश्वरवाद का मानने वाला यह मानता है कि अल्लाह मालिक (Lord) है और मैं दास (Slave)। तब उसकी पूरी ज़िन्दगी इबादत अर्थात् दासता (Slavery) बन जाती है। इस तरह वह हर समय (Full Time) अल्लाह के सम्पर्क (Contact) में रहता है। इस्लाम इन्सान के लिए कोई पार्ट टाइम चीज़ नहीं है, बल्कि यह इन्सान की पूरी ज़िन्दगी पर छाया हुआ होता है, ऐसा आदमी हमेशा सतर्क और सावधान रहता है।