Under category | ग़ैरमुस्लिमों के साथ पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की दयालुता के कुछ उदाहरण | |||
Creation date | 2014-02-09 14:23:46 | |||
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अनस बिन मालिक रज़ियल्लाहु अन्हु से वर्णित है किः एक यहूदी युवा पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की सेवा किया करता था। एक बार वह बीमार हो गया, तो पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उसकी तीमारदारी के लिये उसके पास आए और उसके सिर के पास बैठ गए। फिर आप ने उससे कहा : इस्लाम स्वीकार करलो। युवा ने अपने पिता की ओर देखा जो कि उसके पास ही था। तो उसके पिता ने उससे कहा कि : अबुल क़ासिम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की बात मान लो। तो उस युवा ने इस्लाम स्वीकार कर लिया। इस पर पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम वहाँ से यह फरमाते हुए निकले : सभी प्रशंसा अल्लाह के लिए है जिसने इसको नरक की आग से बचा लिया।'' इसे बुखारी ने रिवायत किया है।